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क्या आपको पता है कि सोलर सिस्टम के जरिए सिर्फ बिजली का बिल ही कम नहीं कर सकते बल्कि आप अपने पेट्रोल का खर्चा भी खत्म कर सकते हैं और अपनी गाड़ी को फ्री ऑफ कॉस्ट चला सकते हैं। जिस तरह से मैं अपनी ये इलेक्ट्रिक गाड़ी को फ्री ऑफ कॉस्ट सोलर के जरिए चार्ज करता हूं। मेरे पास यह गुग्गू बॉक्स गाड़ी है जो एक चार्ज से 330 कि.मी. चलती है और यह चार्जिंग मुझे फ्री ऑफ कॉस्ट पड़ती है क्योंकि मैं इसकी चार्जिंग Huawei फ्यू के हाइब्रिड इनवरर्टर और बैटरीज के साथ करता हूं। बिजली के महंगे बिलों से तो मैं तंग था। उसका सशन तो मैंने अपनी छत पे 22 किलोवाट का एक सोलर सिस्टम लगाने के साथ कर लिया लेकिन पेट्रोल का खर्चा एक ऐसा खर्चा था जो कंट्रोल नहीं हो रहा था। मेरे पास Toyota Prado गाड़ी है जो 1 दिन में नॉर्मली 150 कि.मी. चलती थी और 1 दिन में 150 कि.मी. चलाने के लिए मुझे उसके अंदर 25 लीटर पेट्रोल डालना पड़ता था। ₹265 के हिसाब से तकरीबन 1 दिन में ₹6,000 का पेट्रोल खा जाती थी और 1 महीने में तकरीबन ₹1,98,000 तक का पेट्रोल खा जाती थी। इसके अलावा मोबाइल ऑइल वगैरह का खर्चा अलग से। तो मैंने अपने घर पे लगे हुए Huawei के हाइब्रिड सोलर सिस्टम से मैक्सिमम फायदा उठाने के लिए अपने पास एक इलेक्ट्रिक गाड़ी खरीदी। मेरे पास इससे पहले Nissan लीफ गाड़ी थी और उसके बाद मैंने ये गुग्गू बॉक्स गाड़ी खरीदी है। यह गाड़ी 1 से 330 कि.मी. चलती है और नॉर्मली मेरा 150 कि.मी. का 1 दिन का सफर होता है। 150 कि.मी. से ज्यादा कभी मुझे जरूरत पड़ती भी नहीं है। और शहर में आप जितना मर्जी चला लें। 150 200 से ऊपर आप नहीं कभी भी चला सकते। एक दिन में मैक्सिमम 200 भी चला लूं तो इसकी बैटरी खत्म नहीं होती। 304 किलोवाट की लिथियम आयन फास्फेट बैटरी इसके अंदर लगी हुई है जो 1 चार्ज से 330 कि.मी. चलती है। तकरीबन 10 घंटे में चार्ज होती है क्योंकि 3.3 किलवाट का चार्जर इसको चार्ज करता है। अब यह सब कुछ मुझे फ्री क्यों पड़ता है? क्योंकि मेरे पास एक ऐसा सोलर सिस्टम लगा हुआ है जो नॉनस्टॉप चलता है। मेरे घर की लाइटें, पंखे, टीवी, फ्रिज, वाशिंग मशीन, एयर कंडीशनर तक Huawei, फ्यूजन के इस 12 किलो वाट के हाइब्रिड इनवरर्टर के ऊपर चलती थी। यह इनवरर्टर IP66 इनवरर्टर है। मैंने इस इनवरर्टर को ओपन एयर में लगा रखा था। इससे मैक्सिमम फायदा उठा रहा था। लोड शेडिंग में भी यह सिस्टम चलता है। तो मैं अपने पास डोंगफिंग की ये गाड़ी जब से लेके आया हूं तो मेरा यह सिस्टम फ्री ऑफ कॉस्ट चलता है। क्योंकि सोलर से एनर्जी इस इनवरर्टर में आती है और इस इनवरर्टर के जरिए बिजली इस गाड़ी में डाल देता हूं। अगर इस गाड़ी को मैं बिजली के ऊपर चार्ज करता तो उसकी कैलकुलेशन भी देख लेते हैं। बिजली का एक यूनिट तकरीबन ₹55 में पड़ता है। मेरी यह गाड़ी 1 दिन में 150 कि.मी. चलती है। अगर आप भी इस गाड़ी को 1 दिन में नॉनस्टॉप चलाएंगे तो 150 200 से ऊपर नहीं चला सकते। 150 कि.मी. चलाने के लिए मुझे तकरीबन 14 से 15 किलो वाट तक की बैटरी बैंक चाहिए होता है। 15 किलो वाट की बैटरी को चार्ज करने के लिए तकरीबन 1 दिन में सिर्फ ₹783 की बिजली चाहिए होगी। मतलब एक महीने में तकरीबन 23 से ₹24,000 की बिजली चाहिए होगी। अगर आप डायरेक्ट WDA पे चलाते होंगे। लेकिन मैं डायरेक्ट WBA पे तो चलाता ही नहीं हूं। और आजकल मेजॉरिटी लोगों ने सोलर सिस्टम लगा रखा है। तो नॉर्मली आप भी अगर अपने पास इलेक्ट्रिक गाड़ी को यूज कर रहे होंगे और अपने घर पे इलेक्ट्रिक गाड़ी को चार्ज करेंगे तो 95% चांस है कि आप सोलर के ऊपर ही चार्ज कर रहे होंगे। बहुत कम लोग रह गए जिन्होंने आजकल सोलर सिस्टम नहीं लगाया हुआ। पीक आवर्स में भी अपनी इस गुग्गू बॉक्स ईवी गाड़ी को चार्ज करना होता है। तो मैं पीक आवर में भी चार्ज कर सकता हूं। मतलब पीक आवर में भी मुझे बिजली का कोई बिल नहीं आता क्योंकि 20 यूनिट्स इसमें से निकाल के मैं इसके अंदर डाल देता हूं। और उस उसके बाद पीक आवर वैसे ही खत्म हो जाता है। 4- 5 घंटे पीक आवर में भी चार्जिंग फ्री ऑफ़ कॉस्ट पड़ रही होती है। क्योंकि मेरी एनर्जी दिन के टाइम सोलर के जरिए बैटरीज़ में सेव होती है। इन दिस वे मैं अपनी पीक आवर की सेविंग भी कर रहा होता हूं। पीक आवर्स के अंदर अपने एसी भी चला रहा होता हूं। क्योंकि मेरे पास Huawei F का यह इनवरर्टर लगा हुआ है। पेट्रोल का खर्चा मेरा ज़ीरो है क्योंकि मेरे पास GU BX EV गाड़ी है। नॉर्मली पाकिस्तान में मौजूद मेजोरिटी गाड़ियां 1 लीटर से 12 कि.मी. करती हैं। कोई भी छोटी गाड़ी को अगर आप देख लेते हैं तो 12 और 14 कि.मी. पर लीटर करने वाली गाड़ी की अगर आरओआई के हिसाब से देखें तो वो एक साल में ₹1 लाख का फ्यूल खाएगी। तो ₹13 लाख की बचत अगर आप इसको Swift के TTS के या Alswin या Toyota यारिस के साथ कंपैरिजन करते हैं तो वह तकरीबन ₹13 लाख का फ्यूल उसने खाना था। लेकिन इस गाड़ी ने जीरो का फ्यूल खाना है क्योंकि इसने सोलर से चार्ज होना है तो ₹13 लाख की सालाना बचत 10 साल में तकरीबन ₹1 करोड़ 30 लाख की बचत करती है 10 साल की वारंटी होती है इन गाड़ियों की बैटरीज की तो ₹1 करोड़ 30 लाख की आपको ये फ्यूल की बचत करके देती है आप अब तक ये क्यों नहीं सोच रहे कि मैंने इस इन्वर्टर को बाहर क्यों लगाया हुआ है क्योंकि बेगम ने घर के अंदर इन्वर्टर लगाने की इजाजत नहीं दी उसने कहा मेरे घर की ब्यूटीफिकेशन खराब नहीं होनी चाहिए इसीलिए मैंने इसको ओपन एयर में लगा दिया है ये इन्वर्टर आईपी6 है बारिश में भी इसको कोई प्रॉब्लम नहीं आ गई सनलाइट प्रूफ है। हीट प्रूफ है। इसको ओपन एयर में किसी तरह भी लगा सकते हैं। आंधी तूफान में लगा सकते हैं। इसका प्रोटेक्शन बॉक्स है। इसको भी ओपन एयर में लगा सकते हैं। बैटरी IP6 है। 15 साल की वारंटी के साथ आती है। इसको भी ओपन एयर में लगा सकते हैं। और यह EV गाड़ी की बैटरी 10 साल की वारंटी के साथ आती है। 2 साल की सर्विस होती है। तो इस तरह की गाड़ी लेके 10 साल तक आप टेंशन फ्री होंगे। इस तरह का सोलर सिस्टम लगा के 15 साल तक टेंशन फ्री होंगे। और बेगम भी नाराज नहीं होगी। ...
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